Friday, June 10, 2011

दर्द से मेरा दामन भर दे

लता मंगेशकर की गायी हुई ये गजल जब भी सुनता हूँ तो सीने में एक चूभन सी होती हैं...



दर्द से मेरा दामन भर दे या अल्लाह
फिर चाहे दीवाना कर दे या अल्लाह

मैने तुझसे चांद-सितारे कब माँगे
रोशन दिल बेदार नजर दे या अल्लाह

सूरज सी एक चीज तो हम सब देख चूके
सचमुच की अब कोई सहर दे या अल्लाह

या धरती के जख़्मों पर मरहम रख दे
या मेरा दिल पत्थर कर दे या अल्लाह


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